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लोकसभा की सामान्य जानकारी

लोकसभा की सामान्य जानकारी - LOKSABHA KI SAMANY JANKARI 

हेलो दोस्तों मैं आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर आ रहा हूं इस लेख में हम एक महत्वपूर्ण लेख को देखेंगे जिसमें हम लोकसभा भारत की लोकसभा LOK SABHA KI SAMANY JANKARI से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी को देखेंगे। 

लोकसभा की सामान्य जानकारी

लोकसभा एक संवैधानिक संस्था है यह भारत का द्वितीय सदन माना जाता है या इसे निचला सदन भी कहते हैं जिसमें उच्च सदन राज्यसभा है और लोकसभा के सदस्य अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र पर प्रतिनिधित्व करने के लिए एक वयस्क सार्वभौमिक मताधिकार और एक सरल बहुमत प्रणाली द्वारा यह चुने जाते हैं।

लोकसभा की संरचना 

  • संविधान के अनुच्छेद 81 में लोकसभा की संरचना का वर्णन किया गया है
  • लोकसभा में अधिकतम 552 सदस्य होते हैं।
  • राज्यों के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र से अधिकतम 530 सदस्यों का निर्वाचन किया जाता है।
  • संघ राज्य क्षेत्र UT's का प्रतिनिधित्व करने के लिए अधिकतम भी सदस्यों को निर्वाचन करती है 
  • अनुच्छेद 331 के अनुसार यह प्रावधान था कि राष्ट्रपति लोकसभा में दो आंग्ल भारतीयों को नामांकित कर सकता है।
  • लोकसभा में 104 म संविधान संशोधन अधिनियम के द्वारा यह प्रावधान को समाप्त कर दिया गया।
  • लोकसभा में अधिकतम 550 सदस्य 530 + 20 हो सकते हैं
  • वर्तमान में लोकसभा की संख्या 543 है 524 + 19 है।
  • राज्य में लोकसभा के स्थान सीट का निर्धारण इस प्रकार किया जाएगा जिससे राज्य में लोकसभा सीटों की संख्या तथा उसे राज्य की जनसंख्या का अनुपात सभी राज्यों में लगभग एक समान हो।
  • सदन भवन नई दिल्ली के लोकसभा कक्ष में स्थापित है।

लोकसभा का पुराना इतिहास

  • भारत के संविधान द्वारा आवंटित सदन की अधिकतम सदस्य संख्या 552 है
  • शुरुआत में 1950 में यह 500 थी।
  • वर्तमान में लोकसभा में 543 सीट है 
  • 1952 से 2020 के बीच भारत सरकार की सलाह पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा एंग्लो इंडियन समुदाय के दो अतिरिक्त सदस्यों को भी नामांकित किया गया था 
  • 104 वे संविधान संशोधन अधिनियम 2019 द्वारा जनवरी 2020 में समाप्त कर दिया गया था।

लोकसभा क्षेत्र की सीट

  • कुल 131 सीट है। 24 . 03 % 
  • St अनुसूचित जाति 84 सीट
  • Sc अनुसूचित जनजाति 47 सीट
  • सदस्य का कुल कोरम सदस्य 10 % है ।
  • प्रथम लोकसभा 1952 पहले आम चुनाव हुआ था।
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 364 सीटों के साथ जीत हासिल करके सत्ता में पहुंची।
  • इसके साथ जवाहरलाल नेहरू जी भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने।
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को लगभग 45% मत मिले थे।


भारतीय जनगणना के आधार पर हर दशक में भारत के सीमा परिसीमन आयोग द्वारा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र की सीमाओं को फिर से तैयार करने का अभ्यास किया जाता है जिसमें से आखिरी बार 2011 में आयोजित किया गया था इस अभ्यास में पहले जनसांख्यिकी परिवर्तनों के आधार पर राज्यों के बीच सीटों का हुनर वितरण भी शामिल किया जाता है और इसके बाद वह परिवार नियोजन कार्यक्रम को प्रोत्साहन करने के लिए एक संवैधानिक संशोधन के बाद 1976 में आयोग के आदेश के प्रावधान को निलंबित कर दिया गया था जिसे लागू किया जा रहा था सत्र में लोकसभा मई 2019 में चुनी गई थी और यह अब तक की नवीनतम है। 

लोकसभा का सदस्य बनने के लिए आहर्त

  • संविधान के अनुच्छेद चोरियासी के द्वारा संसद का सदस्य बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए
  • वह व्यक्ति भारत का नागरिक होना चाहिए
  • लोकसभा के लिए 25 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुका हूं।
  • संसद की सभी आहार्त में संसद द्वारा बनाई गई अन्य आहार तो को पूर्ण करता हूं ।
  • संविधान का अनुच्छेद चोरिया से संसद को यह शक्ति देता है कि यह संसद की सदस्यता धारण करने के लिए संविधान में दो गई आहार के अतिरिक्त कुछ अन्य अर्थ भी निर्धारित कर सकती है।
  • अनुच्छेद 84 में संसद की सदस्यता के लिए आहर्त का जबकि अनुच्छेद 102 में संसद की सदस्यता के लिए निर्हार्त का उल्लेख किया गया है

लोकसभा का कार्यकाल

  • लोकसभा का कार्यकाल पूरे 5 वर्ष का होता है अगर उसे बीच में भांग ना किया जाए तो।
  • लोकसभा के कार्यकाल के दौरान यदि आपातकाल की घोषणा की जाती है तो संसद को इसका कार्यकाल कानून के द्वारा एक समय में अधिकतम एक वर्ष तक बढ़ाने का अधिकार है।
  • आपातकाल की घोषणा समाप्त होने की स्थिति में इसे किसी भी परिस्थिति में 6 महीने से अधिक नहीं बढ़ाया जा सकता है।

लोकसभा की शक्तियां एवं कार्य।

  • भारतीय संसद के दोनों सदनों में लोकसभा लोकप्रिय सदन मानी जाती है।
  • लोकसभा के सदस्यों को जनता के द्वारा प्रत्यक्ष निर्वाचन के आधार पर निर्वाचित किया जाता है।
  • भारत के संविधान के अंतर्गत लोकसभा और राज्यसभा की तुलना में उचित स्तिथि प्रदान की गई है 
  • संसद का निर्माण राज्यसभा , लोकसभा और राष्ट्रपति से मिलकर बनती है।
  • लोकसभा संसद की महत्वपूर्ण इकाई है।

लोकसभा की विधाई शक्तियां

संविधान के अनुसार भारतीय संसद संघ सूची समवर्ती सूची और अवशिष्ट विषयों में कुछ परिस्थितियों में राज सूची के विषय पर कानून निर्माण कर सकती है।

  • इस प्रकार विधेयक लोकसभा या राज्यसभा दोनों में से किसी भी सदन में प्रस्तावित किया जा सकते हैं और दोनों सदनों में पारित होने पर ही राष्ट्रपति के द्वारा हस्ताक्षर किए जा सकते हैं।
  • दोनों सदनों में मतभेद उत्पन्न हो जाने पर राष्ट्रपति द्वारा दोनों सदनों की संयुक्त बैठक अनुच्छेद 108 के अंतर्गत बुलाए जाने का प्रावधान संसद में दिया गया है
  • लोकसभा की सदस्य संख्या राज्यसभा से दोगुने से भी अधिक होने के कारण संयुक्त बैठक में विधेयक का निर्णय लोकसभा की इच्छा अनुसार ही होता है।
  • कानून निर्माण की प्रक्रिया के संबंध में अंतिम शक्ति लोकसभा को ही प्राप्त है
  • राज्यसभा साधारण विधेयक वित्त विधेयक को छोड़कर अधिकतम 6 माह तक ही रोक सकती है।
  • व्यवहार के अंतर्गत जब तक सभी महत्त्व विधेयक लोकसभा में ही प्रस्तावित किए जाते रहे।

लोकसभा की वित्तीय शक्तियां

  • भारतीय संविधान में विधि शक्ति मुख्य लोकसभा को ही दी जाती है
  • और अगर देखे तो इस संबंध में राज्यसभा की स्थिति महत्वहीन है
  • अनुच्छेद 109 के अनुसार वित्तीय विधेयक लोकसभा में ही प्रस्तुत किए जा सकते हैं राज्यसभा में नहीं किया जा सकता।
  • लोकसभा से पारित होने के बाद वित्त विधेयक राज्यसभा में भेजे जाते हैं।
  • वित्त विधेयक प्राप्त होने की तिथि से 14 दिनों के अंदर अपने सुझाव के साथ या उनके बिना लोकसभा को लौटा दे सकते हैं।
  • यदि राज्यसभा ऐसा नहीं करती है तो यह अवधि 14 दिन भी जाने के बाद वह वित्त विधेयक राज्यसभा से पारित मान लिया जाएगा।
  • वार्षिक बजट और अनुराग संबंधी मांगी भी लोकसभा के समक्ष ही रखी जाती हैं और इनके संबंधों को देने का अधिकार लोकसभा को ही प्राप्त होता है।

कार्यपालिका पर नियंत्रण की शक्ति

  • भारतीय संविधान के द्वारा संसदीय व्यवस्था की स्थापना की गई है
  • संविधान के अनुसार संगी कार्यपालिका अर्थात मंत्रिमंडल संसद के प्रति उत्तरदाई होता है मुख्यता लोकसभा के प्रति उत्तरदाई होता है 
  • संसद अनेक प्रकार से कार्यपालिका पर नियंत्रण रख सकती है
  • संसद के सदस्य मंत्रियों से सरकारी नीतियों के संबंध में सरकार के कार्यों के सम्मान में प्रश्न पूछ सकती है
  • सांसद सरकारी विधायक अथवा बजट को अस्वीकार कर सकती है।
  • लोकसभा के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पारित करके कार्यपालिका अर्थमंत्री परिषद को बर्खास्त किया जा सकता है।

कार्यपालिका पर नियंत्रण की शक्ति के अंतर्गत ही लोकसभा

  • संघ लोक सेवा आयोग
  • भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक
  • वित्त आयोग
  • राज सभा आयोग
  • अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग

संविधान संशोधन संबंधी शक्ति

लोकसभा को राज्यसभा के साथ मिलकर संविधान में संशोधन का अधिकार दिया गया है संविधान के अनुच्छेद 368 के अनुसार संविधान में संशोधन का कार्य संसद के द्वारा ही किया जाता है
पुलिस के साथ संशोधन का प्रस्ताव संसद के किसी भी सदन में प्रस्तावित किया जा सकता है और प्रस्ताव पारित होने के लिए आवश्यक है कि संसद के दोनों सदनों द्वारा अलग-अलग अपने फुल बहुमत तथा उपस्थिति एवं मतदान में भाग लेने वाले सदस्यों के दो तिहाई बहुमत से पारित किया गया हो।

निर्वाचन मंडल के रूप में भी कार्य करती है

  • लोकसभा निर्वाचन मंडल के रूप में कार्य करती है
  • अनुच्छेद 54 के अनुसार लोकसभा तथा राज्य विधानसभा के निर्वाचन सदस्य राष्ट्रपति को निर्वाचित करते हैं।
  • अनुच्छेद 66 के अनुसार लोकसभा और राज्यसभा मिलकर उपराष्ट्रपति का चुनाव करती है।
  • लोकसभा के द्वारा संसद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष कौन निर्वाचित भी किया जाता है।
  • लोकसभा ही उन्हें पद से हटा भी सकता है।

जनता की शक्तियों का निवारण

  • लोकसभा के सदस्य प्रत्यक्ष रूप से जनता द्वारा निर्वाचित किए जाते हैं
  • उनके द्वारा जनता की शिकायतों जनता के विचार तथा भावनाएं सरकार तक पहुंचाई जाती है।
  • लोकसभा के सदस्य सदैव यह प्रयास करते हैं कि सरकार अपनी नीतियों का निर्माण एवं कार्यों का संपादन जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए ही करें।

लोकसभा के महत्वपूर्ण कार्य

  • लोकसभा राष्ट्रपति के विरुद्ध महायोग लगा सकता है।
  • उपराष्ट्रपति को उसके पद से हटाने के लिए राज सभा द्वारा प्रस्ताव पारित कर दिया जाए तो लोकसभा द्वारा इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया जाना आवश्यक है।
  • लोकसभा सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के विरुद्ध सदाचार अथवा असमर्थता के आधार पर उन्हें पद से हटाने का प्रस्ताव पारित कर सकती है। 
  • यदि राष्ट्रपति किसी अपराधी को सर्व शमा देना चाहे तो उसे केंद्र मंत्री मंडल से इस संबंध में परामर्श देना आवश्यक है

लोकसभा के महत्वपूर्ण ट्रिक

  • संविधान का वर्णन किस अनुच्छेद में है अनुच्छेद 81
  • धन विधेयक कहां प्रस्तुत किया जाता है लोकसभा में
  • धन विधेयक को कौन घोषित कर सकता है लोकसभा अध्यक्ष
  • किस अनुच्छेद में धन विधेयक के बारे में बताया गया है अनुच्छेद 110
  • लोकसभा अध्यक्ष अपना त्यागपत्र देता है लोकसभा के उपाध्यक्ष
  • लोकसभा उपाध्यक्ष अपना त्यागपत्र देता है लोकसभा अध्यक्ष को
  • लोकसभा अध्यक्ष का चयन कौन करता है लोकसभा सदस्य
  • लोकसभा अध्यक्ष की अनुपस्थिति में किसी विद्या को धन विधायक कौन घोषित कर सकता है लोकसभा उपाध्यक्ष
  • लोकसभा को अन्य नाम से जाना जाता है निम्न सदन अस्थाई सदन और लोकप्रिय सदन।
  • राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान लोकसभा का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है 1 वर्ष के लिए 
  • 42 वें संविधान संशोधन 1976 के द्वारा लोकसभा का कार्यकाल कितना बढ़ाया था 6 वर्ष के लिए
  • 40 संविधान संशोधन 1978 के द्वारा लोकसभा का कार्यकाल 6 वर्ष से घटाकर कितना कर दिया गया 5 वर्ष
  • धन विधेयक को राज्यसभा अधिकतम कितने दिन के लिए रोक सकता है 14 दिन के लिए
  • कौन सा सदन जनता द्वारा प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित सदस्य है लोकसभा
  • कौन सा सदन भारत में जनता का प्रतिनिधित्व करता है लोकसभा
  • वर्तमान में लोकसभा के कितने सदस्यों को राज्य की जनता सीधे निर्वाचित करती है 530
  • लोकसभा के सदस्यों की अधिकतम संख्या कितनी होती है 552
  • वर्तमान में लोकसभा सदस्यों की संख्या कितनी है 543
  • किस संविधान संशोधन द्वारा लोकसभा के सदस्यों की संख्या 525 से बढ़कर 545 कर दी गई 31वां संविधान संशोधन द्वारा
  • संविधान के अनुच्छेद 82 के अनुसार लोकसभा की सीटों का राज्यों के मध्य आवंटन किस वर्ष की गणना के आधार पर किया गया 1971
  • लोकसभा में राज्यपाल सीटों का आवंटन कृषि क्षेत्र की जनगणना पर आधारित था यह निर्धारित किस वर्ष तक यथावत रहेगा 2026 तक
  • लोकसभा को भंग किया जा सकता है राष्ट्रपति के द्वारा प्रधानमंत्री की सलाह पर
  • किस संशोधन द्वारा भारत की संसद और राज्य विधानसभाओं में एंग्लो इंडियन आरक्षित सीटों को समाप्त कर दिया गया था 104वां संविधान संशोधन द्वारा
  • लोकसभा चुनाव में निर्वाचित होने के लिए किसी व्यक्ति की न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए 25 वर्ष
  • एक वर्ष में लोकसभा के कम से कम कितने सत्र होने चाहिए दो सत्र होने चाहिए
  • प्रथम लोकसभा अध्यक्ष कौन थे गणेश वासुदेव मावलंकर
  • प्रथम लोकसभा की अवधि क्या थी 13 मई 1952 से 4 अप्रैल 1957 तक
  • उत्तर प्रदेश की लोकसभा व राज्यसभा में सर्वाधिक सीटें संबंधित है।

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हेलो दोस्तों हमने इस लेख में लोक सभी की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी को आपके सामने रखा है जो आपको किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा की द्रष्ट्री से बहुत ही महत्वपूर्ण है इस लेख में हम आपको लोकसभा की सामान्य जानकारी LOKSABHA KI SAMANY JANKARI लोकसभा की संरचना लोकसभा का सदस्य बनने के लिए आहर्त लोकसभा का कार्यकाल लोकसभा की शक्तियां एवं कार्यकाल है 

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