गंगा नदी का अपवाह तंत्र- GANGA NADI KA APVAH TANTR
हेलो दोस्तों मैं अनिल कुमार पलासिया आज फिर आपके लिए भारत की नदियां से गंगा नदी का अपवाह तंत्र से संबंधित एक महत्वपूर्ण लेख लेकर आ रहा हूं इस लेख में हम गंगा नदी का अपवाह तंत्र से संबंधित जानकारी का अध्ययन करेंगे इस लेख में हम देखेंगे की किस प्रकार से गंगा नदी अपना अपवाह तंत्र बनती है और किस प्रकार से गंगा नदी में अन्य नदियों का समागमन होता है
गंगा नदी तंत्र मानचित्र - गंगा नदी का उद्गम स्थल
गंगा नदी का अपवाह तंत्र - गंगा नदी तंत्र UPSC
सतोपद हिमनी से निकली अलकनंदा और गोमुख के निकट गंगोत्री हिमनथ से निकली भागीरथी देवप्रयाग में मिलने के बाद संयुक्त रूप से गंगा नदी बन जाती है।
गंगा नदी का उद्गम मुख्य रूप से नहीं होता है गंगा नदी का निर्माण तो अलकनंदा और भागीरथी के संगम से मिलन के बाद जो एक धार निकलती है उस धारा को गंगा नदी का नाम दिया गया है।
गंगा नदी के दाए और बाए तट की सहायक नदियाँ
गंगा नदी के दाएं और बाएं दोनों तटों से अनेक सहायक नदियां आकर मिलती है जिसमे यमुना नदी सबसे बड़ी सहायक नदी है जो बंदर पूछ चोटी के यमुनोत्री हिम्मत से निकलती है और इसके बाद प्रयागराज में गंगा के दाएं तट पर मिलती है सोन भी गंगा के दाएं तट पर मिलती है।
गंगा नदी के दाए तट की नदियाँ
- चंबल,
- सिंन्द
- बेतवा
- केन
- इत्यादि नदिया यमुना के दाएं तट की प्रमुख सहायक नदियां हैं
चंबल की सहायक नदियों
चम्बल की सहायक नदियों में में बनास ,कली सिन्द ,शिप्रा , इत्यादि प्रमुख है
बनास की सहायक नदियों
बनास की सहायक नदी में खड़ी एवं ढूंढ प्रमुख है
कोसी नदी गंगा के बाएं तरफ से मिलती है इसके बाद अपने नदी मार्ग के अधिक कटाव तथा मार्ग परिवर्तन के कारण ही इसे बिहार का शौक भी कहा जाता है गोमती ,घाघरा ,गंडक ,आदि गंगा के दाएं तट पर मिलने वाली अन्य सहायक नदियां हैं।
1;- गंगा नदी पर ही राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या एक प्रयागराज से हल्दिया तक स्थित है।
2;- गंगा पूर्व दिशा में पश्चिम बंगाल के फरक्का गंगा डेल्टा का सबसे उत्तरी बिंदु तक बहती है
3;- यहां दो धाराओं में बह जाती है एक धारा हुगली के नाम से जानी जाती है तथा दूसरी धारा भागीरथी के रूप में प्रभावित होती है
4 ;- गंगा नदी बांग्लादेश में प्रवेश करती है जहां ब्रह्मपुत्र नदी से मिलने के बाद वह मेघना नाम से जानी जाती है बांग्लादेश से बहती हुई बंगाल की खाड़ी में गिर जाती है।
5;- अलकनंदा की सहायक नदियों में जैसे
- पिंडर नदी बाएं तट से करणप्रयाग में
- तथा मंदाकिनी नदी दाएं तरफ से रुद्रप्रयाग में
- इसे आकर मिलती है धुली गंगा वह विष्णु गंगा अलकनंदा की अन्य सहायक नदियां हैं
- बद्रीनाथ का प्रसिद्ध मंदिर अलकनंदा नदी के तट पर ही स्थित है।
गंगा नदी तंत्र
- भारत में सबसे बड़ा नदी तंत्र गंगा नदी तंत्र माना जाता है
- भारत में सबसे बड़ा जल ग्रहण क्षेत्र भी गंगा के क्षेत्र को माना जाता है
- गंगा नदी हिमालय भारत की उन नदियों में से एक नदी है जो देश और विदेश दोनों में बहती है।
- गंगा नदी दो देशों में होकर बहती है एक भारत और दूसरा बांग्लादेश में।
- गंगा नदी अपने उदगमन से समापन तक की लंबाई 2225 किलोमीटर है
- गंगा नदी एक अंतरराष्ट्रीय नदी है जो भारत और बांग्लादेश दो देशों के मध्य बहती है
- गंगा नदी तंत्र का निर्माण दो धाराओं के मिलने से होता है भागीरथी और अलकनंदा नदी के संगम से गंगा नदी का निर्माण होता है।
- देवप्रयाग में दोनों नदियों का संगम होने के बाद गंगा नदी का रूप ले लेती है।
- भागीरथी नदी उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले में गोमुख के निकट गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती है
- अलकनंदा नदी सतोपत ग्लेशियर से निकलती है
- अलकनंदा नदी का निर्माण धौली गंगा और विष्णु गंगा के मिलन से होता है।
- धौली गंगा और विष्णु गंगा दोनों विष्णु प्रयाग में मिलती है और वहां से अलकनंदा का निर्माण होता है।
- रुद्रप्रयाग से आगे देवप्रयाग में अलकनंदा नदी और भागीरथी नदी मिलती है
- देवप्रयाग में अलकनंदा नदी और भागीरथी नदी से गंगा नदी का निर्माण होता है
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Q ;- 1 गंगा नदी का अपवाह तंत्र क्या है
ANS ;- निश्चित वाहिकाओ के माध्यम से हो रहे जलप्रपात को अपवाह कहते है इन वाहिकाओ के जाल को अपवाह तंत्र कहा जाता है .
Q ;- 2 सबसे बड़ा अपवाह तंत्र कोन सा है
ANS ;- भारत में गोदावरी नदी का अपवाह बेसिन सबसे बड़ा है
Q ;- 3 गंगा अदि का अपवाह कितना है
ANS ;- गंगा बेसिन 1086000 km के क्षेत्र में फैला हुआ है भारत में जल निकासी क्षेत्र 861452 km है जो देश के कुल भोगोलिक क्षेत्र का लगभग 26.2% है गंगा नदी की कुल लम्बाई 2.525 km है और नोगम्य की लम्बाई 631 km है
Q ;- 4 गंगा नदी का प्रवाह क्षेत्र क्या है
ANS ;- हरिदुवार से लगभग 800 km मैदानी यात्रा करते हुए बिजनोर गढ़मुक्तेश्वर , सोरा , फर्ख्बाद , कनूज , बिठुर , कानपूर होते हुए गंगा प्रयागराज पहुचती है
Q ;- 5 नदी अपवाह से आप क्या समझते है
ANS ;- अपवाह या धरातलीय अपवाह जल की वह मात्रा है जो प्रथ्वी की सतह पर गरुत्वकर्षण के प्रभाव में ढाल का अनुसरण करते हुए जलधारा , सरिताओ , नालो और नदियों के रूप में प्रवाहित होती है
Q ;- 6 गंगा नदी कहा से शुरू और समाप्त होती है
ANS ;- गंगा नदी , जिसे गंगा के नाम से भी जाना जाता है , हिमालय पर्वत से 2525 km [ 1569 मिल ] उत्तरीय भारत और बांग्लादेश में बंगाल की खाड़ी में बहती है गंगा नदी हिमालय के गंगोत्री ग्लेशियर में शुरू होती है और यह भारत और बांग्लादेश में बहती है
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दोस्तों इस लेख में हमने आपको गंगा नदी की सभी जानकारी को आपके सामने रखा है जिससे आपको इस लेख में गंगा नदी से सम्बंधित अपवाह तंत्र की सभी जानकारी को इस लेख में रखा है आप इस लेख में गंगा नदी का अपवाह तंत्र- GANGA NADI KA APVAH TANTR गंगा नदी तंत्र मानचित्र गंगा नदी तंत्र UPSC गंगा नदी का उद्गम स्थल गंगा नदी की सहायक नदियां RIVER से सम्बंधित सभी जानकारी को इस लेख में रखा है
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