क्रिप्स मिशन के प्रमुख प्रस्ताव क्या थे cripps mission ke pramukh prastav kya thai
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क्रिप्स मिशन के प्रमुख प्रस्ताव
22 मार्च 1942 को क्रिप्स मिशन ने दिल्ली पहुंचकर वायसराय उसकी कार्यकारिणी के सदस्यों और भारतीय नेताओं से चर्चा की तथा अपने प्रस्ताव का प्रारूप भारतीयों के सामने रखा था .
1;- भारत के भविष्य के संबंध में दिए गए वचनों को पूरा करने के विषय में जो चिंता इस देश में तथा भारत में प्रकट की गई उस पर विचार करते हुए सम्राट की सरकार स्पष्ट तथा निश्चित शब्दों में उन उपायों को बता देना आवश्यक समझती थी
2;- भारत में शीघ्रता शीघ्र शासन स्थापित करने के लिए वह करना चाहती है
3;- ऐसा करने में उसका उद्देश्य एक नवीन भारतीय संघ को जन्म देना है जो एक स्वाधीनता प्राप्त उपनिवेश होगा
4;- ब्रिटेन तथा साम्राज्य के अन्य स्वाधीनता प्राप्त उपनिवेशों से उसका संबंध सम्राट के प्रति सम्मान राज भक्ति द्वारा स्थापित रहेगा
5;-यह भारतीय संघ पद की दृष्टि से पूरी तौर पर ब्रिटेन तथा अन्य स्वाधीनता प्राप्त उपनिवेशों के समान होगा
6;-आंतरिक शासन का वैज्ञानिक समस्याओं के संबंध में भी यह किसी प्रकार से भी पराधीन ना होगा
क्रिप्स मिशन के महत्वपूर्ण सुझाव
1;- भारत को ब्रिटिश मॉडल के अंतर्गत औपनिवेशिक स्वराज दिया जाएगा
2;- युद्ध के समाप्ति पर तीव्रता शीघ्र एक संविधान सभा का निर्वाचन किया जाएगा जो भारत के लिए नवीन संविधान का निर्माण करेगी जिसे अंग्रेजी सरकार स्वीकार करेगी
3;- भारतीय नेताओं की ओर से यदि अन्य कोई समझौते की योजना नहीं हुई तो युद्ध के पश्चात क्रांति विधानमंडल का निर्वाचन होगा
4;- निर्वाचन आनुपातिक प्रतिनिधित्व द्वारा होगा और संविधान सभा के सदस्यों की संख्या क्रांति विधान मंडल के लगभग 1/10 होगी
5;- ब्रिटिश भारत के प्रत्येक प्रांत और देसी राज्यों को संघ में सम्मिलित होने अथवा ना होने तथा पृथक रहकर स्वयं स्त्रन्त्र रहेंगे .
6;- ब्रिटिश भारत के प्रतिनिधियों के समान ही जनसंख्या के अनुपात से ही देसी राज्य द्वारा विधानसभा के सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी.
7;- ब्रिटिश सरकार अनिवार्य रूप से भारत के प्रति रक्षा के लिए उत्तरदाई होगी
8;- विश्व व्यापी युद्ध के प्रयत्नों के अंश के रूप में वह भारत की प्रतीक्षा का नियंत्रण व निर्देश करेगी
9;- ब्रिटिश सरकार भारत के सैन्य नीति को भौतिक साधन संगठित करेगी
10 ;- यदि भारत चाहेगी तो राष्ट्रमंडल से अपना संबंध विच्छेद कर सकता है
1 ;- यह प्रस्ताव आधारभूत सिद्धांतों के अपरिवर्तनशील थे जिन्हें पूर्ण रूप से स्वीकार अथवा स्वीकार किया जा सकता था
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