प्रथम पंचवर्षीय योजना - PRATHM PANCH VARSHIY YOJNA
हेलो दोस्तों में अज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण लेख को लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको भारत की प्रथम पंचवर्षीय योजना के बारे में आज इस लेख में विस्तार से देखेंगे जो आपकी प्रतियोगिता परीक्षा की द्रष्ट्री से बहुत ही महत्वपूर्ण है अब वो चाहे , प्रतियोगिता परीक्षा बहुविकल्प हो या निभंधात्म्क परीक्षा दोनों ही द्रष्ट्री से यह परीक्षा में यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण है .
PRATHM PANCH VARSHIY YOJNA
भारत की प्रथम पंचवर्षीय योजना वर्ष 1951 में शुरू की गई थी यहां पंचवर्षीय योजना देश की आजादी 1947 के बाद जब देश आजाद हुआ था उस समय यह योजना लागू की गई थी यह भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू इस योजना का प्रारंभ 1951 से 1956 तक का रखा।
भारत की प्रथम पंचवर्षीय योजना में समाजवादी आर्थिक मॉडल को आगे बढ़ाया और पंचवर्षीय योजना का मूल उद्देश्य भी यही था कि आर्थिक निर्णय लेकर भारत को समृद्ध किया जाए जिसके लिए 1951 में पहली पंचवर्षीय योजना का गठन किया गया।
यह योजना पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 8 दिसंबर 1951 इसे संसद में पहली पंचवर्षीय योजना के रूप में पेश किया और इसके साथ ही उन्होंने सकल घरेलू उत्पादन का लक्ष्य 2.1 निर्धारित किया इस योजना में अधिक से अधिक कृषि क्षेत्र पर जोर दिया गया क्योंकि देश की आजादी के बाद उस समय खाद्यान्न की सबसे ज्यादा कमी थी।
प्रथम पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य
भारत सरकार के द्वारा प्रथम पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य देश में आर्थिक विकास को समृद्ध करना और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देना इसके साथ साथ देश में उद्योगों का विकास करना।
प्रथम पंचवर्षीय योजना लक्ष्य
- देश में जो शरणार्थी बनकर आए हैं उनका पुनर्वास करना।
- उस समय देश में आर्थिक समृद्धि समाप्त हो गई थी धीरे-धीरे आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देना।
- और इसके साथ-साथ देश में मुद्रास्फीति को बढ़ाना।
- राष्ट्रीय आय को बढ़ाने के लिए आने कार्यक्रम को प्रारंभ करना
- प्रथम पंचवर्षीय योजना में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देना
पंचवर्षीय योजना से अभिप्राय
प्रथम पंचवर्षीय योजना 1951 से 1956 तक
पहली पंचवर्षीय योजना हे हेरोड डोमर मॉडल पर आधारित थी ।
- प्रथम पंचवर्षीय योजना पंडित जवाहरलाल नेहरू के द्वारा जारी की गई थी।
- प्रथम पंचवर्षीय योजना का प्रारंभ 1951 से 1956 तक का था
- प्रथम पंचवर्षीय योजना है हेरोड डोमर मॉडल पर आधारित थी
- यह के ऐन राज के नेतृत्व में यह योजना प्रारंभ की गई थी।
- प्रथम पंचवर्षीय योजना के अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू जी थे
- प्रथम पंचवर्षीय योजना की उपाध्यक्ष गुलजारीलाल नंदा जी थे
- प्रथम पंचवर्षीय योजना का आदर्श वाक्य कृषि का विकास था
- इस योजना का कुल बजट 2069 करोड रुपए का था लेकिन बाद में इसे 2378 करोड रुपए कर दिया
- सिंचाई और ऊर्जा के लिए 27% लक्ष्य रखा गया
- कृषि और सामुदायिक विकास के लिए 17.5% रखा गया
- परिवहन और संचार हेतु 24% लक्ष्य रखा गया
- उद्योग के लिए 8.6% का लक्ष्य रखा गया
- सामाजिक सेवाओं के लिए 16.6% का लक्ष्य
- भूमिहीन किसानों का प्रवास के लिए 4.1% का लक्ष्य रखा गया
- अन्य क्षेत्रों और सेवाओं के लिए 2.5 का लक्ष्य रखा गया।
- लक्ष्मी वृद्धि दर 2.1 वार्षिक सकल घरेलू उत्पादन जीडीपी वृद्धि दर थी
- प्रथम पंचवर्षीय योजना में 3.6% की वृद्धि दर प्राप्त की थी
- इस योजना के दौरान अनेक सिंचाई परियोजना शुरू की गई जिसमें भाखड़ा हीराकुंड और दामोदर घाटी बंद शामिल है
- इस योजना के अंतर्गत ही विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने भारत सरकार के साथ मिलकर बच्चों के स्वच्छता और शिशु मृत्यु दर को कम करने पर ध्यान दिया था।
- 1956 में योजना अवधि के अंत में पांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान का प्रारंभ किया गया था।
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्था IIT
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी की स्थापना। की योजना बनाई गई।
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